तेरी एक हसी पे ये दिल कुर्बान कर जाओ

तेरी एक हसी पे ये दिल कुर्बान कर जाओ ,
ऐतराज़ न हो अगर तो तेरा दिल चुरा ले जाओ ,
न बहने दू कभी इन आखो से आंसू ,
तू कहे तो तेरे सारे सितम सह जाओ .
हँसता हुआ रखु तेरे लबो को हमेशा ,
चूमकर जिन्हें वोह प्यारी मुस्कान दे जाओ ,
सीने से लगा के रखु तुम्हे ,
मनन तो करता है तुझमे समां जाऊ .
सुनता ही रहू तुम्हारी धडकनों को ,
और अपने दिल की हर बात कह जाऊ ,
गम को कभी करीब न आने दू ,
और तुम्हे ज़िन्दगी की खुशिया तमाम दे जाओ

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